जगन्नाथ रथ यात्रा उज्जैन : 7 दिन विश्राम के बाद अब 5 जुलाई को होगी नगर वापसी, हजारों भक्त होंगे शामिल; तासा-कीर्तन से गूंजेगी नगरी!

उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया:
उज्जैन में भगवान जगन्नाथ की ऐतिहासिक रथ यात्रा अपने विशेष चरण में पहुँच गई है। 27 जून को इस्कॉन मंदिर उज्जैन से निकली रथ यात्रा में भगवान जगन्नाथ, बलराम और सुभद्रा देवी जी गुंडिचा मंदिर (जो कालिदास अकादमी परिसर में विशेष रूप से निर्मित किया गया है) पहुंचे थे। यहां पर भगवान ने 7 दिन तक विश्राम किया। इस दौरान कालिदास अकादमी प्रांगण में भव्य गुंडिचा मंदिर की स्थापना की गई, जहां प्रतिदिन आरती, कथा, कीर्तन, प्रसाद वितरण और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का आयोजन भक्तों के लिए किया गया। अब भगवान जगन्नाथ अपनी नगरी वापसी की तैयारी में हैं।
5 जुलाई को शाम 4 बजे से उज्जैन में भगवान जगन्नाथ की वापसी रथ यात्रा बड़े उत्साह और भक्ति भाव से निकाली जाएगी। यह यात्रा कालिदास अकादमी से प्रारंभ होकर अपना स्वीट, देवास रोड, महाश्वेता रोड (स्पोर्ट्स एरीना के सामने) होते हुए बिरला चौराहा से गुजरकर इस्कॉन मंदिर पहुंचेगी। इस भव्य यात्रा में तासा पार्टी, डीजे, कीर्तन मंडली, नृत्य मंडली, भगवान जगन्नाथ का रथ, प्रसाद वितरण वाहन, पानी के टैंकर तथा हजारों भक्तगण शामिल रहेंगे।
इस्कॉन उज्जैन के कम्युनिकेशन डायरेक्टर राघव पंडित दास ने बताया कि सभी श्रद्धालुओं एवं नगरवासियों को इस दिव्य और ऐतिहासिक वापसी रथ यात्रा में सहभागी बनकर पुण्य लाभ लेने के लिए आमंत्रित किया गया है। रथ यात्रा के दौरान भगवान जगन्नाथ के प्राकट्य और उनकी समरसता का संदेश देती हुई चित्र प्रदर्शनी भी सभी भक्तों के दर्शनार्थ रहेगी।
इस्कॉन की ओर से समूचे संसार में रथ यात्रा का प्रवर्तन दिखाने वाली विशेष प्रदर्शनी भी लगाई गई है, जो रथ यात्रा के मार्ग में भक्तों को दिखाई देगी। यही नहीं, उज्जैन में ही नहीं बल्कि मध्यप्रदेश के अन्य शहरों में भी रथ यात्राओं की श्रृंखला जारी है। 3 जुलाई को इस्कॉन उज्जैन द्वारा डिंडोरी, मनासा, आष्टा और बड़वानी में रथ यात्राएं निकाली गईं। 4 जुलाई को टीकमगढ़, राजेंद्र ग्राम और वारासिवनी (बालाघाट) में रथ यात्रा निकाली गई। अब 5 जुलाई को उज्जैन में वापसी रथ यात्रा के साथ ही अनूपपुर और नीमच में भी रथ यात्राएं निकाली जाएंगी। 6 जुलाई को बदनावर तथा 7 जुलाई को आगर और तराना में भी भगवान जगन्नाथ की रथ यात्राएं धूमधाम से निकाली जाएंगी।